SSC परीक्षा विवाद 2025: अध्यक्ष का बयान – “परीक्षा रद्द नहीं होगी, प्रभावितों को मिलेगा दोबारा मौका”

by Rohan Singh
विज्ञापन (Advertisement)

नई दिल्ली – कर्मचारी चयन आयोग (SSC) की चयन पद चरण 13 परीक्षा को लेकर देशभर में मचे हंगामे के बीच, आयोग के अध्यक्ष एस गोपालकृष्णन ने आखिरकार अपनी प्रतिक्रिया दी है। परीक्षा के दौरान सामने आए व्यापक कुप्रबंधन को लेकर उठ रहे सवालों के बीच उन्होंने स्पष्ट किया है कि परीक्षा रद्द नहीं की जाएगी, बल्कि प्रभावित उम्मीदवारों के लिए दोबारा परीक्षा आयोजित की जा सकती है।

SSC Exam Controversy 2025

दिल्ली में सड़कों पर उतरे छात्र, सोशल मीडिया पर विरोध

24 जुलाई से 1 अगस्त तक देश के 142 शहरों में 194 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित हुई SSC परीक्षा में तकनीकी गड़बड़ियों, सॉफ्टवेयर क्रैश, बायोमेट्रिक फेलियर और गलत केंद्र आवंटन जैसी गंभीर समस्याएं सामने आईं। लगभग 5 लाख उम्मीदवारों ने परीक्षा में हिस्सा लिया, लेकिन इनमें से कई को उचित परीक्षा देने का मौका नहीं मिल पाया।

इसका परिणाम यह हुआ कि दिल्ली समेत कई शहरों में हजारों छात्र सड़कों पर उतर आए और सोशल मीडिया पर SSC के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया गया। छात्रों ने मांग की कि परीक्षा को रद्द किया जाए और फिर से आयोजित किया जाए।

अध्यक्ष का साफ संदेश: “दोषियों पर कार्रवाई होगी, लेकिन परीक्षा नहीं रद्द होगी”

अध्यक्ष गोपालकृष्णन ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "हम परीक्षा के आंकड़ों का विश्लेषण कर रहे हैं। यदि किसी एक भी छात्र के साथ अन्याय हुआ है, तो उसके लिए हम दोबारा परीक्षा आयोजित करेंगे। लेकिन पूरी परीक्षा को रद्द नहीं किया जाएगा।"

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि परीक्षा के दौरान हुई गड़बड़ियों को गंभीरता से लिया गया है और परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसी एडुक्विटी करियर टेक्नोलॉजीज को इन त्रुटियों के समाधान के लिए पत्र भेजा गया है।

2 अगस्त को दोबारा हुई परीक्षा, फिर भी कम रही उपस्थिति

आयोग ने छात्रों की तत्काल समस्या को दूर करने के लिए 2 अगस्त को तीन पालियों में फिर से परीक्षा कराई। कुल 16,600 उम्मीदवारों को दोबारा परीक्षा देने का मौका दिया गया, लेकिन केवल 8,048 छात्र ही उपस्थित हुए। यह साफ दर्शाता है कि छात्रों में अब भी असमंजस और असंतोष व्याप्त है।

तकनीकी खामियों को स्वीकारा, लेकिन विक्रेता हटाने से इनकार

अध्यक्ष ने यह स्वीकार किया कि परीक्षा के शुरुआती दिनों में सिस्टम हैंग, माउस खराबी, और डेटा फेलियर जैसी समस्याएं सामने आई थीं। इसके लिए संबंधित एजेंसी पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। लेकिन उन्होंने छात्रों और शिक्षकों द्वारा विक्रेता को हटाने की मांग को ठुकरा दिया। उनका कहना था, "अगर हम विक्रेता को अभी हटाते हैं, तो नई कंपनी को लाने में दिसंबर तक का समय लग जाएगा। तब तक हम परीक्षाएं कैसे कराएंगे?"

रिपीट प्रश्नों पर भी उठी चिंता, SSC ने दी सफाई

छात्रों द्वारा AI सिस्टम के चलते परीक्षा में रिपीट प्रश्न आने के आरोप लगाए गए थे। इस पर SSC ने कहा कि वे एक प्रारंभिक AI तकनीक का इस्तेमाल करते हैं जो प्रत्येक प्रश्न को मेटाडेटा से टैग करता है ताकि दोहराव से बचा जा सके। आयोग ने भरोसा दिलाया कि सभी परीक्षाओं की सुरक्षा और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए लॉग, सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी साधनों की मदद ली जाती है।

आगे क्या?

SSC अध्यक्ष ने भरोसा दिलाया है कि इस बार की परीक्षा से सीख लेकर आने वाली परीक्षाओं में सुधार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 6 से 8 अगस्त तक होने वाली अगली परीक्षाएं ज्यादा व्यवस्थित और बिना किसी बाधा के आयोजित की जाएंगी। अनुमान है कि इनमें लगभग 3.5 लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे।

निष्कर्ष

SSC चयन पद चरण 13 परीक्षा में जो गड़बड़ियां सामने आईं, उन्होंने आयोग की परीक्षा प्रणाली पर सवाल उठाए हैं। लेकिन आयोग ने ना सिर्फ इन्हें स्वीकार किया, बल्कि सुधार का आश्वासन भी दिया है। यदि आप उन छात्रों में हैं जो इस परीक्षा से प्रभावित हुए हैं, तो आधिकारिक वेबसाइट (https://ssc.nic.in) पर नजर बनाए रखें, जहां से आगे की सूचनाएं प्राप्त की जा सकती हैं।

नोट: अभ्यर्थी नियमित रूप से SSC की वेबसाइट और स्थानीय समाचारों पर नजर रखें, ताकि उन्हें दोबारा परीक्षा या अन्य सुधारों की जानकारी समय पर मिल सके।