नई दिल्ली – कर्मचारी चयन आयोग (SSC) ने दिव्यांग (PwBD) उम्मीदवारों के लिए एक अहम नियम में बदलाव किया है। अब SSC की परीक्षाओं, विशेष रूप से CHSL 2025 से, स्क्राइब या अतिरिक्त समय की सुविधा केवल उन्हीं अभ्यर्थियों को मिलेगी जो अपने मूल विकलांगता प्रमाणपत्र की भौतिक प्रति परीक्षा केंद्र पर प्रस्तुत करेंगे। इस बदलाव का उद्देश्य परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखना और फर्जीवाड़े को रोकना है।

SSC का सख्त निर्देश: अब बिना असली प्रमाणपत्र नहीं मिलेगी सुविधा
SSC के अनुसार, स्क्राइब या अतिरिक्त समय जैसी सुविधाएं अब तभी उपलब्ध होंगी जब PwBD उम्मीदवार परीक्षा के दिन अपने वास्तविक (ऑरिजिनल) दिव्यांगता प्रमाणपत्र को साथ लाकर दिखाएंगे। यह नियम SSC Selection Post Phase-XIII और CHSL 2025 से लागू होगा। आयोग का मानना है कि इससे परीक्षा प्रक्रिया में निष्पक्षता और भरोसे को बढ़ावा मिलेगा।
आवेदन के समय भी जरूरी होगा दस्तावेज अपलोड
SSC ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि कोई उम्मीदवार PwBD श्रेणी में आवेदन करता है, तो उसे आवेदन करते समय ही दिव्यांगता से संबंधित प्रमाणपत्र या आवश्यक दस्तावेज़ ऑनलाइन अपलोड करना अनिवार्य होगा। कई बार देखा गया है कि अभ्यर्थी केवल श्रेणी का चयन करते हैं लेकिन दस्तावेज़ अपलोड नहीं करते, जिससे परीक्षा के दौरान भ्रम और गलत फायदा उठाने की संभावना बनी रहती है।
परीक्षा के दिन साथ लाना होगा मूल प्रमाणपत्र
जिन उम्मीदवारों ने स्क्राइब या अतिरिक्त समय की सुविधा का चयन किया है और दस्तावेज़ पहले से अपलोड किए हैं, उन्हें अब परीक्षा केंद्र पर मूल प्रमाणपत्र लाना अनिवार्य होगा। अगर कोई अभ्यर्थी यह प्रमाणपत्र साथ नहीं लाता, तो न उसे स्क्राइब मिलेगा और न ही अतिरिक्त समय। यह नियम सभी PwBD अभ्यर्थियों पर समान रूप से लागू होगा।
पहले कैसे मिलती थी सुविधा?
अब तक की परीक्षा प्रक्रियाओं में यदि कोई उम्मीदवार दृष्टिबाधित (VH), दोनो हाथों से अक्षम (BA), या सेरेब्रल पाल्सी (CP) जैसी स्थिति में होता था, तो उसे स्क्राइब या अतिरिक्त समय मिल जाता था, भले ही वह दस्तावेज़ साथ न लाए। केवल कुछ मामलों में अभ्यर्थियों को Annexure-I या Annexure-IA जैसे सहायक दस्तावेज़ प्रस्तुत करने होते थे। लेकिन अब यह व्यवस्था समाप्त हो रही है और सभी को प्रमाणित दस्तावेज़ दिखाना अनिवार्य होगा।
इस बदलाव का उद्देश्य क्या है?
SSC का यह कदम परीक्षा प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और सटीक बनाने की दिशा में एक सकारात्मक प्रयास है। आयोग का मानना है कि कुछ उम्मीदवार बिना पात्रता के अतिरिक्त समय या स्क्राइब का लाभ उठाने की कोशिश करते थे, जिससे वास्तविक पात्र अभ्यर्थियों के साथ अन्याय होता था। अब मूल प्रमाणपत्र की मांग से ऐसे मामलों पर नियंत्रण पाया जा सकेगा।
उम्मीदवारों के लिए जरूरी सलाह
जो उम्मीदवार PwBD श्रेणी में आवेदन करने जा रहे हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि:
आवेदन करते समय आवश्यक प्रमाणपत्र अवश्य अपलोड करें।
स्क्राइब या अतिरिक्त समय के लिए आवेदन किया है, तो परीक्षा के दिन मूल दस्तावेज़ जरूर साथ रखें।
किसी प्रकार की त्रुटि या दस्तावेज़ की कमी से आपकी सुविधा रद्द की जा सकती है।
अधिक जानकारी के लिए कहां संपर्क करें?
इस विषय से जुड़ी विस्तृत जानकारी के लिए अभ्यर्थी कर्मचारी चयन आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं। वहीं से परीक्षा की सभी आधिकारिक अधिसूचनाएं, दिशा-निर्देश और जरूरी अपडेट प्राप्त किए जा सकते हैं।
निष्कर्ष
SSC द्वारा PwBD उम्मीदवारों के लिए लागू किया गया यह नया नियम एक बड़ा बदलाव है, जो परीक्षा प्रणाली को और अधिक ईमानदार और विश्वसनीय बनाने की दिशा में उठाया गया कदम है। सभी अभ्यर्थियों को चाहिए कि वे समय रहते सभी दस्तावेज़ तैयार रखें और आवेदन प्रक्रिया को गंभीरता से लें, ताकि भविष्य में किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।